क्रिकेट के रंगारंग जगत में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) की गूंज एक ऐसे युवा और उत्साह से भरपूर दल के रूप में सुनाई देती है जिसने ना केवल मैदान पर धमाकेदार प्रदर्शन किया है बल्कि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को तलाशने और निखारने में भी अहम भूमिका निभाई है। 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की धूम के साथ अस्तित्व में आई राजस्थान रॉयल्स ने अपने जुनून से दर्शकों का दिल जीता है।
रॉयल विरासत की नींव | Foundation of a Royal Legacy
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा सन 2007 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की घोषणा के साथ ही राजस्थान रॉयल्स ने भी लीग के उद्घाटन सत्र में जयपुर शहर का प्रतिनिधित्व करते हुए कदम रखा। इमर्जिंग मीडिया स्पोर्टिंग होल्डिंग्स लिमिटेड ने 67 मिलियन डॉलर की बोली लगाकर जयपुर स्थित फ्रेंचाइजी टीम का स्वामित्व हासिल किया, जो लीग में सबसे कम खर्चीली टीम थी। वर्तमान में (2024) मैनोज बदाले के नेतृत्व वाला रॉयल्स स्पोर्ट्स ग्रुप फ्रेंचाइजी का 65% मालिक है। बाकी हिस्सेदारी लचलान मर्डोक और रेडबर्ड कैपिटल पार्टनर्स के पास है। फ्रेंचाइजी के स्वामित्व को लेकर कुछ विवाद भी रहे हैं, जिसके चलते 2010 में टीम को लीग से थोड़े समय के लिए बाहर होना पड़ा था।
राजस्थान रॉयल्स की ब्रांड वैल्यू | Brand Value of Rajasthan Royals
2008 में शुरुआत में $67 मिलियन की ब्रांड वैल्यू के साथ, राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी ब्रांड वैल्यू में उल्लेखनीय वृद्धि की है। 2022 में, टीम की ब्रांड वैल्यू $120 मिलियन (लगभग 988.8 करोड़ रुपये) तक पहुंच गई, जो इसे आईपीएल की तीसरी सबसे मूल्यवान टीम बनाती है। यह वृद्धि टीम के शानदार प्रदर्शन, युवा खिलाड़ियों पर भरोसा, और रणनीतिक ब्रांडिंग, इन सब के कारण हुई है।
राजस्थान रॉयल्स की ब्रांड वैल्यू बढ़ने के कारण | Reasons for Increasing Brand Value of Rajasthan Royals
- शानदार प्रदर्शन: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है। टीम ने 2008 में खिताब जीता और 2022 में फाइनल तक भी पहुंची। यह निरंतर प्रदर्शन दर्शकों को आकर्षित करता है और ब्रांड वैल्यू को बढ़ाता है।
- युवा खिलाड़ियों पर भरोसा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) युवा खिलाड़ियों को तलाशने और उन्हें निखारने के लिए जानी जाती है। Sanju Samson, Yashasvi Jaiswal, Devdutt Padikkal, और Kuldeep Sen जैसे युवा खिलाड़ी टीम की रीढ़ हैं। इन युवा प्रतिभाओं से भविष्य में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है, जो ब्रांड वैल्यू को बढ़ाता है।
- रणनीतिक ब्रांडिंग पहल: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) ने अपनी ब्रांड वैल्यू को बढ़ाने के लिए कई रणनीतिक पहल की हैं। टीम ने सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति मजबूत की है, प्रशंसकों के साथ जुड़ने के लिए कई अभियान चलाए हैं, और प्रायोजकों के साथ रणनीतिक साझेदारी की है।
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) के पास भविष्य में अपनी ब्रांड वैल्यू को बढ़ाने की कई संभावनाएं हैं। टीम युवा प्रतिभाओं से भरी है, जो भविष्य में शानदार प्रदर्शन कर सकती है। टीम प्रबंधन लगातार ब्रांडिंग पहलों को बेहतर बनाने और प्रशंसकों के साथ जुड़ने के नए तरीके खोजने के लिए काम कर रहा है।
राजस्थान रॉयल्स का आईपीएल से निष्कासन और वापसी | Rajasthan Royals: Expulsion and Return from the IPL
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के रंगारंग सफर में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) का नाम एक ऐसी टीम के रूप में भी गिना जाता है जिसका सामना विवादों और निष्कासन जैसी चुनौतियों से भी हुआ है। हालांकि टीम ने इन चुनौतियों का डटकर सामना किया और लीग में वापसी करने में सफल रही।
पहला विवाद और निष्कासन | First Controversy and Expulsion
वर्ष 2010 में बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया। बोर्ड ने राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) और किंग्स इलेवन पंजाब को आईपीएल से निष्कासित करने का ऐलान किया। इस फैसले से तत्कालीन कप्तान शेन वॉर्न भी हैरान थे। उन्होंने संदेह जताया कि इस फैसले के पीछे कुछ छिपा हुआ है और बीसीसीआई के कुछ और मंसूबे हो सकते हैं। निष्कासन के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स ने मुंबई हाई कोर्ट में अपील दायर की।
कोर्ट की कार्रवाई के दौरान कुछ दिलचस्प घटनाक्रम देखने को मिले। पहले मुंबई हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई को दिवाली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए स्थगित कर दिया। बाद में राजस्थान रॉयल्स ने कोर्ट को सूचित किया कि वे आईपीएल के साथ सुलह के लिए मध्यस्थता का रास्ता अपनाना चाहते हैं। मध्यस्थ ने फैसला सुनाया कि जब तक जांच चल रही है, तब तक राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) छह सप्ताह के लिए आईपीएल का हिस्सा बनी रहेगी और बीसीसीआई को इस दौरान कोई ऐसा नियम नहीं बदल सकता जो टीम के खिलाफ जाता हो। इस छह सप्ताह की अवधि में खिलाड़ियों की नीलामी भी शामिल थी, जिसमें राजस्थान रॉयल्स ने भाग लिया।
अंतत: मुंबई हाई कोर्ट ने बीसीसीआई की उस अपील को खारिज कर दिया जिसमें राजस्थान रॉयल्स को छह सप्ताह के लिए लीग में शामिल रहने देने का विरोध किया गया था। माना जाता है कि लगातार कोर्ट मामलों में हार और प्रतिष्ठा को हुए नुकसान के कारण बीसीसीआई ने राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ कानूनी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाई और दोनों टीमों को लीग में बने रहने दिया गया।
दूसरा विवाद और निष्कासन | Second Controversy and Expulsion
वर्ष 2015 में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) को फिर से विवादों का सामना करना पड़ा। लोढ़ा समिति की जांच के बाद टीम को दो साल के लिए आईपीएल से बाहर कर दिया गया।
मुख्य रूप से दो कारण थे जिनकी वजह से टीम विवादों में घिरी। पहला, टीम की ओर से अनुचित और फर्जी बोलियां लगाई गईं जो बीसीसीआई के नियमों का उल्लंघन था। दूसरा, टीम के मालिकों के बारे में बीसीसीआई को पूरी जानकारी नहीं दी गई थी। बाद में दोनों पक्षों के बीच एक समझौता हुआ। हालांकि, 2015 में राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया और टीम के मालिक राज कुंद्रा को आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया।
यह निष्कासन टीम के लिए एक कठिन दौर था। मगर राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) ने हार नहीं मानी और 2018 में फिर से आईपीएल में धमाकेदार वापसी की। तब से लेकर आज तक टीम मजबूती से लीग में टिकी हुई है।
राजस्थान रॉयल्स का आईपीएल का सफर: उतार-चढ़ाव से भरा रोमांच
राजस्थान रॉयल्स, जिन्हें हम प्यार से RR कहते हैं, का आईपीएल का सफर काफी उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। आइए साल दर साल उनके प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं:
शानदार शुरुआत और फिर कुछ निराशाजनक सीजन (2008-2012)
2008:
- पहले ही सीजन में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) ने कमाल कर दिया। कमजोर मानी जाने वाली इस टीम ने शेन वॉर्न की कप्तानी और ऑलराउंडर शेन वॉटसन के धमाल के दम पर फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
2009-2012:
- इस शानदार शुरुआत के बाद अगले कुछ साल राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) के लिए अच्छे नहीं रहे। सोहेल तनवीर और शेन वॉटसन जैसे अहम खिलाड़ियों के ना होने का खामियाजा भुगतना पड़ा। टीम लगातार हारती रही और प्लेऑफ की दौड़ में शामिल नहीं हो सकी।
पुनरुत्थान और निरंतरता की कमी (2013-2023)
2013:
- कुछ उम्मीद जगी। टीम प्लेऑफ में पहुंची, लेकिन फाइनल में जाने में नाकाम रही। सीजन के अंत में स्पॉट फिक्सिंग कांड सामने आया जिसने टीम की छवि को धूमिल किया।
2014-2017:
- स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए जाने के कारण टीम को 2016 और 2017 सीजन से निलंबित कर दिया गया।
2018:
- वापसी करने वाली टीम प्लेऑफ में तो पहुंची, लेकिन खिताबी जीत नहीं हासिल कर सकी।
2019-2020:
- स्टीव स्मिथ की कप्तानी में टीम ने अच्छा प्रदर्शन शुरू किया लेकिन बाद में लय खो बैठी। ज्योफ्रा आर्चर को भले ही सीजन का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी चुना गया, लेकिन टीम अंक तालिका में सबसे नीचे रही।
2021:
- युवा कप्तान संजू सैमसन के नेतृत्व में टीम ने युवा प्रतिभाओं को मौका दिया और प्रदर्शन में थोड़ा सुधार हुआ।
2022:
- इस साल राजस्थान रॉयल्स ने शानदार प्रदर्शन किया। लीग مرحلے (Marhale – Stage) में दमदार प्रदर्शन के बाद टीम प्लेऑफ में पहुंची। फाइनल में गुजरात टाइटंस से हारकर उप-विजेता बनी। जॉस बटलर को ऑरेंज कैप और पर्पल कैप दोनों अपने नाम करने का गौरव प्राप्त हुआ।
2023:
- यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने सबका ध्यान खींचा। संजू सैमसन की अगुवाई वाली टीम ने 7 मैच जीते और 7 हारें झेलीं। अंक तालिका में 5वें स्थान पर रहीं।
देखा जाए तो राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) का आईपीएल का सफर काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। उम्मीद है कि आने वाले समय में टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन करेगी और एक बार फिर आईपीएल की चमचमाती ट्रॉफी उठाएगी।
राजस्थान रॉयल्स: अज्ञात प्रतिभाओं को तलाशने वाले चैंपियन निर्माता
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) को हमेशा से क्रिकेट जगत में एक अनोखी टीम के रूप में जाना जाता रहा है। यह टीम कम चर्चित या बिना टेस्ट कैप वाले खिलाड़ियों को किफायती दामों में खरीदने के लिए मशहूर है। आईपीएल की नीलामी में भी, चाहे हर तीन साल में होने वाली मेगा नीलामी ही क्यों न हो, राजस्थान रॉयल्स कम खर्च में ही काम चलाने के लिए जानी जाती है। यहां तक कि उन्होंने ऐसे खिलाड़ियों को भी खरीदा है जिन्होंने पहले कभी प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेला था, जैसे दिनेश सालुंखे और प्रवीण तांबे। हालांकि, यह टीम अनुभवी दिग्गजों को भी अपने पाले में शामिल करने से पीछे नहीं हटती। शेन वॉर्न, राहुल द्रविड़, शेन वॉटसन, जॉस बटलर और रविचंद्रन अश्विन जैसे विश्व स्तरीय खिलाड़ी भी राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा रह चुके हैं।
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) की एक खास बात यह है कि उन्होंने कम चर्चित खिलाड़ियों को खरीदा और उन्हें निखार कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सितारे बनाया है। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन और रॉयल्स प्रबंधन के समर्थन की बदौलत कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना लोहा मनवाने में कामयाब हुए हैं। शुरुआती सीज़न में ऐसे खिलाड़ियों में तरुवार कोहली शामिल थे, जिन्हें फ्रैंचाइज़ी ने 2008 में अंडर-19 खिलाड़ी कोटे के तहत खरीदा था। युसूफ पठान, जो भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान के बड़े भाई हैं, भी एक ऐसा ही नाम है। अपने मशहूर भाई के विपरीत, क्रिकेट जगत में उनका नाम बहुत कम जाना जाता था। लेकिन, आईपीएल के शुरुआती सीज़न में युसूफ के शानदार प्रदर्शन ने उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में जगह दिला दी और वो 2011 क्रिकेट विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य भी बने। इसी तरह, ऑस्ट्रेलियाई शेन वॉटसन, जो 2008 से ही रॉयल्स के लिए खेल रहे हैं, अपने पहले सीज़न में शानदार प्रदर्शन के बाद जल्द ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के एक स्थायी और प्रमुख सदस्य बन गए। बाद के सीज़न में, इन खिलाड़ियों में अजिंक्य रहाणे, विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन, लेग स्पिनर प्रवीण तांबे (जिनके रॉयल्स के लिए प्रदर्शन ने उन्हें 42 साल की उम्र में मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में पदार्पण का मौका दिलाया), स्टुअर्ट बिन्नी और धवल कुलकर्णी जैसे भारतीय क्रिकेटर शामिल थे। साथ ही, जेम्स फॉल्कनर, स्टीव स्मिथ और टिम साउदी जैसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर भी रॉयल्स का हिस्सा रहे। यहां तक कि ऑफ स्पिनर अजित चंदीला, जिन्होंने केवल 2 प्रथम श्रेणी मैच खेले थे और बाद में स्पॉट-फिक्सिंग कांडल में भी दोषी पाए गए, 2012 और 2013 सीज़न के दौरान रॉयल्स के शीर्ष गेंदबाजों में से एक थे।
यह आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) ने ना केवल चैंपियन टीम बनाई है, बल्कि प्रतिभाशाली युवाओं को तलाशने और उन्हें निखारने में भी अहम भूमिका निभाई है। निश्चित रूप से, राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) का भविष्य युवा प्रतिभाओं से ही उज्ज्वल है।
वर्ष (Year) | लीग स्थिति (League Standing) | अंतिम स्थिति (Final Standing) |
---|---|---|
2008 | पहला (1st) | चैंपियन (Champions) |
2009 | छठा (6th) | लीग चरण (League Stage) |
2010 | सातवां (7th) | लीग चरण (League Stage) |
2011 | छठा (6th) | लीग चरण (League Stage) |
2012 | सातवां (7th) | लीग चरण (League Stage) |
2013 | तीसरा (3rd) | प्लेऑफ (Playoffs) |
2014 | पांचवां (5th) | लीग चरण (League Stage) |
2015 | चौथा (4th) | प्लेऑफ (Playoffs) |
2018 | चौथा (4th) | प्लेऑफ (Playoffs) |
2019 | सातवां (7th) | लीग चरण (League Stage) |
2020 | आठवां (8th) | लीग चरण (League Stage) |
2021 | सातवां (7th) | लीग चरण (League Stage) |
2022 | द्वितीय (2nd) | उप-विजेता (Runners-up) |
2023 | पांचवां (5th) | लीग चरण (League Stage) |
आईपीएल 2024 में राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के लिए खिलाड़ियों की सूची | List of Players for Rajasthan Royals (RR) in IPL 2024
नाम (Name) | बल्लेबाजी शैली (Batting Style) | गेंदबाजी शैली (Bowling Style) | वेतन (Salary) |
---|---|---|---|
शुभम दुबे (Shubham Dubey) | बाएं हाथ से खेलने वाले (Left-handed) | दाएं हाथ से ऑफ स्पिन (Right-arm off spin) | ₹5.8 करोड़ (US$730,000) |
शिम्रोन हेटमायर (Shimron Hetmyer) | बाएं हाथ से खेलने वाले (Left-handed) | – | ₹8.5 करोड़ (US$1.1 million) |
यशस्वी जयसवाल (Yashasvi Jaiswal) | बाएं हाथ से खेलने वाले (Left-handed) | दाएं हाथ से लेग ब्रेक (Right-arm leg break) | ₹4 करोड़ (US$500,000) |
रियान पराग (Riyan Parag) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | दाएं हाथ से लेग ब्रेक (Right-arm leg break) | ₹3.8 करोड़ (US$480,000) |
रोवमैन पॉवेल (Rovman Powell) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | दाएं हाथ से मीडियम-फास्ट (Right-arm medium-fast) | ₹7.4 करोड़ (US$930,000) |
जॉस बटलर (Jos Buttler) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | – | ₹10 करोड़ (US$1.3 million) |
ध्रुव जुरेलl (Dhruv Jurel) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | – | ₹20 लाख (US$25,000) |
टॉम कोहलर-कैडमोर (Tom Kohler-Cadmore) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | दाएं हाथ से ऑफ-ब्रेक (Right-arm off-break) | ₹40 लाख (US$50,000) |
संजू सैमसन (Sanju Samson) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | दाएं हाथ से ऑफ-स्पिन (Right-arm off-spin) | ₹16 करोड़ (US$2.0 million) |
कुणाल सिंह राठौर (Kunal Singh Rathore) | बाएं हाथ से खेलने वाले (Left-handed) | – | ₹20 लाख (US$25,000) |
रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | दाएं हाथ से ऑफ ब्रेक (Right-arm off break) | ₹5 करोड़ (US$630,000) |
डोनोवन फरेरा (Donavon Ferreira) | दक्षिण अफ्रीका (South Africa) | – | ₹50 लाख (US$63,000) |
ट्रेंट बौल्ट (Trent Boult) | न्यूज़ीलैंड (New Zealand) | बाएं हाथ से तेज़-मध्यम (Left-arm fast-medium) | ₹8 करोड़ (US$1.0 million) |
नंद्रे बर्गर (Nandre Burger) | दक्षिण अफ्रीका (South Africa) | बाएं हाथ से मीडियम फास्ट (Left-arm medium fast) | ₹50 लाख (US$63,000) |
आवेश खान (Avesh Khan) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | दाएं हाथ से तेज़-मध्यम (Right-arm fast-medium) | ₹10 करोड़ (US$1.3 million) |
प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) | दाएं हाथ से खेलने वाले (Right-handed) | दाएं हाथ से तेज़-मध्यम (Right-arm fast-medium) | ₹10 करोड़ (US$1.3 million) |
आबिद मुश्ताक (Abid Mushtaq) | बाएं हाथ से खेलने वाले (Left-handed) | बाएं हाथ से ऑर्थोडॉक्स (Left-arm orthodox) | ₹20 लाख (US$25,000) |
राजस्थान रॉयल्स को IPL 2024 जीतने के लिए ये 10 काम करने होंगे | Rajasthan Royals will have to do these 10 things to win IPL 2024
- बल्लेबाजी में स्थिरता लानी होगी: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) की बैटिंग लाइन-अप में जॉस बटलर और संजू सैमसन जैसे मैच-विजेता हैं, लेकिन उन्हें अधिक स्थिरता की जरूरत है. युवा खिलाड़ियों को भी अपना योगदान देना होगा, जैसे देवदत्त पडिकल और यशस्वी जायसवाल.
- गेंदबाजी में सुधार करना होगा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) की गेंदबाजी अभी तक IPL 2024 में उतनी प्रभावशाली नहीं रही है. ट्रेंट boult और युजवेंद्र चहल जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
- फील्डिंग में सुधार करना होगा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) ने IPL 2024 में कई कैच छोड़े हैं और कुछ रन-आउट भी हुए हैं. उन्हें अपनी फील्डिंग में सुधार करना होगा.
- एक मजबूत टीम कल्चर बनाना होगा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) को एक मजबूत टीम कल्चर बनाना होगा जहां सभी खिलाड़ी एक-दूसरे का समर्थन करें.
- छोटों से बचना होगा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) को IPL 2024 में छोटों से बचना होगा, यानि की आसान मैचों में हार से बचना होगा.
- दबाव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) को दबाव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा, खासकर बड़े मैचों में.
- सही फैसले लेने होंगे: राजस्थान रॉयल्स को IPL 2024 में सही फैसले लेने होंगे, खासकर मैच के दौरान.
- अपने गेम प्लान पर टिके रहना होगा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) को IPL 2024 में अपने गेम प्लान पर टिके रहना होगा, यानि की अपनी रणनीति पर कायम रहना होगा.
- हार्ड वर्क करना होगा: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals , RR) को IPL 2024 में कड़ी मेहनत करनी होगी.
- आत्मविश्वास रखना होगा: राजस्थान रॉयल्स को IPL 2024 में आत्मविश्वास रखना होगा.
अगर राजस्थान रॉयल्स ये 10 काम कर सकती है, तो उनकी IPL 2024 जीतने की अच्छी संभावना है.
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